Service Port - 1 in Hindi Fiction Stories by Lalit Kishor Aka Shitiz books and stories PDF | सर्विस पॉर्ट - 1

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सर्विस पॉर्ट - 1

(Present day )

 

एक सूने से हॉल में दो कमरे हैं । उनके सामने की तरफ दीवार पर घड़ी लगी हुई है, जिसमे छोटी सुई दस पर और बड़ी सुई तीन पर है। हॉल के एक कोने में एक बेंच है जिस  पर चार लड़के फॉर्मल पेंट शर्ट पहने बैठे हैं। हाथ मे फाइल और चेहरे पर तनाव लिए एक दूसरे को देख रहे हैं। तभी गैलेरी के सामने से आवाज आई "नेक्स्ट "। अंकुर उठा और अपनी टाई सही करते हुए गैलेरी की तरफ बढ़ा। कमरे के पास आया तो बाहर खड़े गार्ड ने फॉर्म भरने को दिया। अंकुर ने जल्दी से अपने डॉक्युमेंट्स टटोले और फॉर्म भर कर रख लिया।

अब वहीं बैठ कर इंतजार कर रहा है। पहले कमरे से एक लड़की निकली और मुसकुराती हुई दूसरे कमरे के बाहर लगी बेंच पर जा कर बैठ गई। अंकुर पहले कमरे के बाहर बैठ है। वह लड़की को देख रहा था जो कि अभी अभी फर्स्ट राउन्ड क्लीयर करके बाहर आई। अंकुर उससे बात कर पूछना चाह रहा था कि तभी गार्ड ने उसे अंदर जाने को कहा। वह उठा और सीधा गेट खोल कमरे में चल गया। 

 

गैलेरी से होता हुआ अंदर कमरे में पहुंचा। ‌सामने एक मेज और तीन कुर्सीया लगी हुई थी। मेज की दूसरी तरफ़ एक महिला बैठी थी। अंकुर साइड में जा कर खड़ा हो गया तथा अगल बगल देख रहा था। उस कमरे में एक अजीब सन्नाटा छा रखा था। तभी उसे आवाज सुनाई दी - " प्लीज.. सीट डाऊन।" अंकुर ने रिप्लाई में " थैंक यू " कहा और बैठ गया। 

अंकुर का रेज्युम पलटते हुए महिला ने कहा - "सो .. हैलो मिस्टर .. अंकुर , माई सेल्क प्रियंका .. " 

अंकुर - "हैलो .. मैम गुड मॉर्निंग " 

प्रियंका - "गुड मॉर्निंग अंकुर ... आर यू कम्फर्टेबल .. ?

अंकुर - " जी मैम ... " 

प्रियंका - " ओके .. अंकुर आर यू कम्फर्टेबल विद् इंग्लिश .. ?

अंकुर - " यस .. मैम . आई एम कम्फर्टेबल "

प्रियंका - "ओके .... सो लेट्स स्टॉर्ट दी इंटरव्यू .. "

अंकुर - " स्योर मैम ... "

प्रियंका ने कमर सीधी करी और  क्लीयर बोल्ड आवाज़ मे बोली - " टेल .. मी अबाउट योर सेल्फ " अंकुर ने गहरी सांस ली और इस जाने पहचाने सवाल का उतर वह अब कंठस्थ कर चुका था। अंकुर गला साफ करते हुए स्पष्ट स्वर में बोला - " माई सेल्फ अंकुर पांडे .. एंड आई हैव डन माई ग्रेजुएशन इन बी .कॉम एंड करंटली आई एम प्रिपेरिंग फॉर टीचिंग एक्ज़ाम।" 

प्रियंका - " ओके ... सो अंकुर .. डू यू हैव एनी एक्सपीरियंस और यू आर ए फ़्रेशर "

अंकुर - "नो .. मैम आई एम फ्रेशर ... बट आई हैव बिन पॉर्ट ऑफ सम ई-कॉमर्स बिजनेस .. विद माई फ्रेंडस "

प्रियंका - "ओह !! विच काईन्ड ऑफ बिजनेस ... ?

अंकुर अब सहम गया था। क्योंकि वो तो किसी बिजनेस में था ही नहीं यह तो उसने झूठ बोला था ताकि उसे एक्पीरियेंस्ड समझा जाये। हर जगह से उसे एक्सपीरियेंस न होने की वजह से निकाल दिया जाता था। अंकुर सोचने लगा लेकिन वह ज्यादा देर नहीं सोच सकता था। प्रियंका सामने देख रही थी। अंकुर ने गहरी सांस ली और प्रियंका के सामने देख के बोला - " एक्चुली, वी वर डुईंग मर्चेंडाइस फॉर सम वन ... आई वाज़ पॉर्ट ऑफ सेल्स डीपॉर्टमेंट एंड एड्वरटाइजिंग "

प्रियंका - "ओके.. सो अंकुर वाई डू यू नीड ए जॉब.. ?  बिकॉज़ यू वॉज हैविंग गुड़ बिजनेस "

                                 

        To be continued .....